एक घर से पति-पत्नी के हँसने की कुछ ज्यादा ही आवाजें आती रहती थीं।
मोहल्ले के कई लोग एकत्र होकर उनके यहाँ खुशहाली का राज जानने को पहुँचे।
मोहल्ले वालों की जिज्ञासा को शांत करते हुए पति बोला-
बहुत सरल है, हमारे यहाँ मेरी बीबी बेलन, चिमटा आदि फेंककर मारती है।
हम लट्ठमार होली खेलते हैं…!
अगर मुझे लग जाता है तो वो हँसती और नहीं लगता है तो मैं हँसता हूँ।
मोहल्ले के कई लोग एकत्र होकर उनके यहाँ खुशहाली का राज जानने को पहुँचे।
मोहल्ले वालों की जिज्ञासा को शांत करते हुए पति बोला-
बहुत सरल है, हमारे यहाँ मेरी बीबी बेलन, चिमटा आदि फेंककर मारती है।
हम लट्ठमार होली खेलते हैं…!
अगर मुझे लग जाता है तो वो हँसती और नहीं लगता है तो मैं हँसता हूँ।
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